संता: हवलदार साहब मैं पिछले एक घंटे से अपनी पत्नी का यहाँ खड़ा इंतज़ार कर रहा हूँ! हवलदार: तो.. संता: क्या आप रौब से मुझे यहाँ से भागने के लिये कहने का कष्ट करेंगे?
संता: हमारा कुत्ता जब सुबह अखबार अपने मुँह से उठाकर मुझे पकड़ाता है तो हमारा पड़ोसी आगबबूला हो जाता है! बंता: ऐसा क्यों? संता: क्योंकि वो अखबार उनके घर आता है!
संता: तो तुम्हें उस लड़की का पिता तीन बार अपने घर से धक्के मारकर निकाल चुका है? बंता: हाँ तीन बार ही समझो! दो बार वो मुझे धक्के मारकर निकाल चुका है! और तीसरी बार मैं आज रात उसके घर जा रहा हूँ!
संता: मेरे चाचा शायद दुनिया के सबसे बड़े मुफ्तखोर हैं! बंता: आप यह कैसे कह सकते हैं! संता : मेरे चाचा को कहीं से मुफ्त में लंगड़ों द्वारा इस्तेमाल करने वाली बैसाखियाँ मिल गई! तो उसका फायदा उठाने के लिये उन्होंने अपनी टांग तोड़ ली!