संता: नहीं मैंने कसम खाई है कि जब तक मैं तैरना न सीख लूँ पानी के पास भी नहीं जाऊँगा!
Tuesday, April 10, 2012
# बंता: आओ स्वीमिंग पूल में तैरने चले?
संता: नहीं मैंने कसम खाई है कि जब तक मैं तैरना न सीख लूँ पानी के पास भी नहीं जाऊँगा!
बंता ग्राहक: इस मीट को तो कुत्ते भी नहीं खा सकते?
बंता ग्राहक: इस मीट को तो कुत्ते भी नहीं खा सकते?
संता वेटर: कोई बात नहीं सर! मैं वो मीट लाता हूँ जिसे कुत्ते खा सके!
संता वेटर: कोई बात नहीं सर! मैं वो मीट लाता हूँ जिसे कुत्ते खा सके!
संता: लगता है आपका बेटा डाक्टर बनेगा!
संता: लगता है आपका बेटा डाक्टर बनेगा!
बंता: आपने यह अंदाजा कैसे लगाया!
संता: इसकी लिखाई देखकर!
बंता: आपने यह अंदाजा कैसे लगाया!
संता: इसकी लिखाई देखकर!
संता: मेरी उम्र 40 साल है और मैं आज
संता: मेरी उम्र 40 साल है और मैं आज तक एक दिन के लिये बीमार नहीं हुआ!
बंता: अच्छा!
संता: हाँ जी! मैं बीमार होता हूँ तो 10-15 दिनों के लिये होता है!
बंता: अच्छा!
संता: हाँ जी! मैं बीमार होता हूँ तो 10-15 दिनों के लिये होता है!
बंता: आपकी ट्रांसफर इस शिकायतें
बंता: आपकी ट्रांसफर इस शिकायतें सुनने वाले विभाग में क्यों कर दी गई है?
संता: क्योंकि मुझे कम सुनने लगा है!
संता: क्योंकि मुझे कम सुनने लगा है!
संता: तुम दफ्तर में क्या काम करते हो?
संता: तुम दफ्तर में क्या काम करते हो?
बंता: कुछ नहीं!
संता: फिर तुम्हें यह कैसे पता लगता है कि काम खत्म हो गया!
बंता: कुछ नहीं!
संता: फिर तुम्हें यह कैसे पता लगता है कि काम खत्म हो गया!
# बंता: मान लो आप सोकर उठे हैं तो उसी
संता: मैं फिर से सो जाऊँगा और तब तक सोता रहूँगा जब तक मैं करोड़पति न बन जाऊं!
# बंता: आप जो लेख अपने अखबार में लिखते हैं,
संता: फिर तुमने पढ़ने का कष्ट क्यों किया?
बंता: मिलने का समय आप मेरी सेक्रेटरी के साथ फिक्स कर ले
बंता: मिलने का समय आप मेरी सेक्रेटरी के साथ फिक्स कर लें!
संता: सर, मैं पहले दो बार कोशिश कर चुका हूँ वो मना कर देती है!
संता: सर, मैं पहले दो बार कोशिश कर चुका हूँ वो मना कर देती है!
संता: यार तुम रोज मंदिर क्यों जाते हो?
संता: यार तुम रोज मंदिर क्यों जाते हो?
बंता: क्योंकि वहा पर आरती, पूजा, अर्चना, भावना, शांति, वंदना और उपासना है!
बंता: क्योंकि वहा पर आरती, पूजा, अर्चना, भावना, शांति, वंदना और उपासना है!
# संता शराब पी कर रो रहा था!
बंता: यार तुम क्यों रो रहे हो:
संता: मैं जिस लड़की को भूलना चाहता हूँ! उसका नाम याद नहीं आ रहा है!
संता: यार मेरी आँखें ठीक ढंग से नहीं खुलती!
संता: यार मेरी आँखें ठीक ढंग से नहीं खुलती! कोई तरीका बताओ?
बंता: किसी दिन अचानक अपने घर चले जाना आंखे खुली की खुली रह जाएँगी!
बंता: किसी दिन अचानक अपने घर चले जाना आंखे खुली की खुली रह जाएँगी!
बंता: क्या आपको किसी औरत को देखकर
बंता: क्या आपको किसी औरत को देखकर यह इच्छा नहीं होती कि काश आप कुंवारे होते! आपने शादी न की होती!
संता: होती है!
बंता: किसको देखकर?
संता: अपनी पत्नी को देखकर!
संता: होती है!
बंता: किसको देखकर?
संता: अपनी पत्नी को देखकर!
बंता: अगर आपके घर में इन्कम टैक्स का छापा पड़ जाये तो
बंता: अगर आपके घर में इन्कम टैक्स का छापा पड़ जाये तो?
संता: तो मेरे घर से उन्हें कुछ नहीं मिलेगा! मेरी पत्नी पैसा कहाँ छुपाके रखती है यह तो मुझे भी नहीं पता!
संता: तो मेरे घर से उन्हें कुछ नहीं मिलेगा! मेरी पत्नी पैसा कहाँ छुपाके रखती है यह तो मुझे भी नहीं पता!
संता: मैं असंभव को संभव बना सकता हूँ!
संता: मैं असंभव को संभव बना सकता हूँ!
बंता: अच्छा वो कैसे?
संता: असंभव का अ हटा के!
बंता: अच्छा वो कैसे?
संता: असंभव का अ हटा के!
# संता: सुना है तुम्हारी शादी हाल ही में हुई थी!
बंता: जी नहीं मेरी शादी मण्डप में हुई थी!
संता: आखिर मेरी प्रेमिका ने हाँ कर ही दी!
संता: आखिर मेरी प्रेमिका ने हाँ कर ही दी!
बंता: अच्छा मुबारक हो! शादी कब है?
संता: शादी के लिए थोड़ा हाँ की है! वैसे हाँ की है!
बंता: अच्छा मुबारक हो! शादी कब है?
संता: शादी के लिए थोड़ा हाँ की है! वैसे हाँ की है!
संता: वकील साहब आप वसीयत लिखिये कि
संता: वकील साहब आप वसीयत लिखिये कि मेरी मृत्यु के बाद मेरे पास जो कुछ भी है वो यतीमखाने को दे दिया जाये!
वकील: आपके पास है क्या क्या?
संता: दो बेटे, एक बेटी!
वकील: आपके पास है क्या क्या?
संता: दो बेटे, एक बेटी!
# संता: मेरा बेटा बहुत आज्ञाकारी है,
बंता: अच्छा जी आजकल के ज़माने मैं ऐसा आज्ञाकारी बेटा - कमाल है!
संता: बिल्कुल! मैंने उसे कह रखा है कि जो जी मे आये करो!
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