बंता: मैं अपना अपमान करवाने यहाँ नहीं आया हूँ!
संता: फिर आप अपना अपमान करवाने कहाँ जाते हो!
Tuesday, April 3, 2012
बंता: आप मेरी शादी में ज़रूर आना!
बंता: आप मेरी शादी में ज़रूर आना!
संता: ज़रूर आऊंगा क्योंकि मैं हमेशा मुसीबत के समय में अपने दोस्तों का साथ निभाता हूँ!
संता: ज़रूर आऊंगा क्योंकि मैं हमेशा मुसीबत के समय में अपने दोस्तों का साथ निभाता हूँ!
संता: सुना है प्रीतो से तुम्हारा समझोता हो गया
संता: सुना है प्रीतो से तुम्हारा समझोता हो गया और अब तुम उसी से शादी कर रहे हो!
बंता: उससे शादी करना मेरी मजबूरी है क्योंकि मैंने उसे जो एंगेजमेंट रिंग दी थी वह उसके मोटे होने की वजह से उसकी ऊँगली से नहीं निकली!
बंता: उससे शादी करना मेरी मजबूरी है क्योंकि मैंने उसे जो एंगेजमेंट रिंग दी थी वह उसके मोटे होने की वजह से उसकी ऊँगली से नहीं निकली!
बंता: मैं इस उमीद पर जी रहा हूँ कि
बंता: मैं इस उमीद पर जी रहा हूँ कि एक दिन ऐसा आयेगा जब मेरी पत्नी मेरी किसी बात पर सहमत हो जायेगी!
बंता: कल मैंने एक लड़की को छेड़ा
बंता: कल मैंने एक लड़की को छेड़ा तो उसने पुलिस को बुला लिया!
संता: तुम तो लक्की हो यार! मैंने एक बार एक लड़की को छेड़ा था तो उसने पण्डित बुला लिया!
संता: तुम तो लक्की हो यार! मैंने एक बार एक लड़की को छेड़ा था तो उसने पण्डित बुला लिया!
संता: मैं जब पैदा होने के बाद इस दुनिया
संता: मैं जब पैदा होने के बाद इस दुनिया में आया तो मेरे पास कुछ नहीं था! क्योंकि अब मैं शादी-शुदा हूँ इसलिये इस दुनिया से जाते हुये भी मेरे हाथ में कुछ नहीं होगा!
Monday, April 2, 2012
संता: जोर से चली हवा उड़ गया कुत्ता!
बंता: वाह वाह! जोर से चली हवा उड़ गया कुत्ता! फिर?
संता: फिर क्या? रुक गई हवा और गिर गया कुत्ता!
Subscribe to:
Posts (Atom)